खिलाड़ी ही नहीं, आम आदमिओं को भी चपाती या चावल खाने से पहले सोचना चाहिए की वो कितना खाएं. चपाती या चावल शरीर को कार्बोहायड्रेट तथा प्रोटीन प्रदान करते हैं जिनकी ऊर्जा शक्ति एक ग्राम गेहूं या चावल के 4 कैलोरी के बराबर हैं अगर आपकी चपाती 40-50 ग्राम की है तो वो आपको 160 से 200 कैलोरी ऊर्जा देती है. अगर आप एक समय में 4 चपाती खाते हैं तो आपको 650 कैलोरी से 700 कैलोरीज सिर्फ चपाती से मिल जाती है. इसी प्रकार अगर आप 150 ग्राम सूखे चावल एक समय में खाते हैं तो आपको 600 कैलोरीज मिलती हैं. इस प्रकार से अगर आप 150 ग्राम आटा एक समय में खाते हैं तो आपको 600 कैलोरीज मिलती है. इस हिसाब से अगर हम दिन में इतना ही खाना तीन बार खाएं और आप सारे दिन में 10 चपाती या 400 ग्राम चावल खाते हैं तो आपको अंदाजन 1600 कैलोरीज मिलती हैं. अगर आप सारे दिन में 10 से ज्यादा चपाती खाते हैं तो कितनी ज्यादा कैलोरीज हम खा रहे हैं.
अगर आपका वजन 70 किलो है तो आपको सारे दिन में 2200-2400 कैलोरीज के आस पास और अगर आपका वजन 60 किलो है तो 1800-2000 कैलोरीज के आस पास चाहिए.
अगर आप ऊपर दिए हुए हिसाब से खाते हैं और साथ में अन्य खुराक के अंश भी खाते हैं जैसे के दूध, दहीं, डाल, घी, फल, अंडे, मीट आदि. इस तरह कई लोग अपनी कैलोरीज की जरुरत से ज्यादा दोगुना या तीन गुना खाते हैं . ऐसा करने पर ज्यादातर खुराक अनंडायाजेस्टिड (अनपच) रह जाती हैं और शौच में निकल जाती है. अगर कुश हिस्सा हजम भी होता है तो वो चर्बी की शकल में जमा हो जाती है.
मेरा यह आर्टिकल लिखने का तात्पर्य यह है की जितना हम खाएंगे उतना कम हज़म होगा और इतनी महँगी खुराक आप गटर में बहा देंगे. इसलिए एक समय में एक या दो चपाती से ज्यादा मत खाएं और हो सके तो दिन में 6-8 बार थोड़ा-थोड़ा करके भूख छोड़कर खाएं तो अन्न पूरी तरह हजम होगा अत शरीर को निरंतर ऊर्जा शक्ति मिलती जाएगी और चर्बी का जमाव न के बराबर रहेगा.