महिलाएं न करे डाइट के साथ खिलवाड़

महिलाएं न करे डाइट के साथ खिलवाड़

संतुलित आहार शरीर को स्वस्थ रखने और बीमारियों से बचाने के लिए जरूरी है| घर में बच्चों से लेकर बडों तक का ख्याल रखने वाली महिलाएं अक्सर अपने खाने के प्रति लापरवाह होती हैं। ये लापरवाही भोजन में की जाने वाली इस तरह की गलतियों से महिलाओं को कई तरह की बीमारियां जैसे, मोटापा, एनीमिया, कैल्शियम आदि पोषक तत्वों की हा सकती है। आईये जानते है महिलाये कौन कौन सी लापरवाहियां बरतती है अपने खान-पान के साथ जिनको उन्हें नजरअंदाज करना चाहिए:-

नाश्ता न करना ज्यादातर महिलाएं खास तौर पर कामकाजी महिलाएं व्यस्त होने के कारण नाश्ता ही नही करती ,जो की बिलकुल भी उचित नही है | नाश्ता न करने वाली महिलाओं का वजन, नाश्ता करने वाले लोगों की अपेक्षा अधिक होता है। डायटिंग करने वाली ज्यादातर औरतें यही सोचती है कि नाश्ता छोड़ना उन्हें अतिरिक्त कैलोरी उपभोग से बचाता है। जबकि यह सत्य नही है| जब आप सोते हैं तो आपका मेटाबॉलिजम सुस्त हो जाता है और फिर से शुरू होने के लिए ऊर्जा चाहिए होती है। इसके अलावा जब आप सोकर उठते हैं तो आपका ग्लूकोज लेवल बहुत कम होता है और आपके शरीर को भी ऊर्जा की आवश्यकता होती है। इसलिए सुबह का भोजन बहुत जरुरी है |आपके नाश्ते में अंडा, दूध, अन्न या फलाहार भी शामिल हो सकता है।

खाते वक्त तनाव दुखी होकर, उदासी में या तनाव में खाना खाने से आपकी डायट और कैलरी का संतुलन गड़बड़ाता है। जब आप तनाव में होते हैं तो आप जंक फूड और अनहेल्थी स्नैक्स का सहारा लेते हैं। बेचैनी में खाना खाने से आपकी वेस्टलाइन पर नेगेटिव असर होता है। पर्याप्त नींद और हेल्थी फूड से आपको स्ट्रेस ईट से बचने में मदद मिलती है।

लिक्विड डाइट लेना अक्सर लोगों को यह गलतफहमी होती है कि लिक्विड चीजों के सेवन से वजन नहीं बढता, पर उन्हें यह अंदाजा नहीं होता कि कॉफी में चीनी और दूध, डिब्बाबंद जूस में चीनी और रेडीमेड सूप में मौजूद कॉर्नफ्लोर जैसी चीजें वजन घटाने के बजाय बढा सकती हैं। अगर आप सचमुच अपना वजन घटाना चाहती हैं तो घर में तैयार किया गया जूस, सूप या ब्लैक कॉफी पिएं, टोंड मिल्क के दही से तैयार छाछ पीना ज्यादा अच्छा होगा।

पर्याप्त पानी न पीना शरीर की कई प्रक्रियाओं के लिए पानी बेहद जरूरी होता है। अगर आप पर्याप्त मात्रा में पानी नहीं पीते तो आपके शरीर में मेटाबालिज्म की गति धीमी हो जाती है। यहां तक कि हल्के डीहाइड्रेशन में भी आपका मेटाबॉलिज्म 3 फीसदी तक गिर जाता है। अगर आप डायटिंग पर हैं तो पानी के महत्व को कम करके न आंके |

कार्बोहाइड्रेट न लेना ये सत्य है की वजन घटाने के लिए अपनी डायट से कार्बोहाइड्रेट्स और फैट्स में कटौती करना जरूरी है। लेकिन इसे अपने खानपान से बिलकुल खत्म कर देना सही नहीं है। इसकी बजाय आपको रिफाइंड कार्बोहाइड्रेट्स से बचना चाहिए और जरूरी 50 ग्राम कार्ब्स लेना चाहिए | इनमें बेरी और अन्य हाई-फाइबर सोर्स शामिल हैं। लो-फैट डायट के खतरों में हार्मोन असंतुलन और इंसुलिन रेजिस्टेंस शामिल हैं, जो आमतौर पर डायबीटीज, वेट गेन, कॉग्निटिव समस्याओं से जुड़े होते हैं।

कृत्रिम जूस और शुगर का बढ़ना जूस का सेवन करना अच्छा आइडिया हो सकता है,वे कुदरती होते हैं। लेकिन,अगर आप पैक्ड जूस लेती है तो फलों का रस उतना फायदेमंद नहीं होता, जितना आप समझते हैं। कई मायनों में ये मात्र शक्कर मिले पानी की तरह ही होते हैं। अधिकतर पैक्ड फ्रूट जूस में कृत्रिम शर्करा मिलायी जाती है, वे पूरी तरह से कुदरती नहीं होते। उनमें मिले कैमिकल्स से फलों का स्वाद तो आ जाता है,लेकिन पोषण नहीं मिलता |

कैल्शियम और विटामिन डी में लापरवाही एक निश्चित एज के बाद महिलाओं में कैल्शियम की डिफिशिएंसी बढ़ती जा रही है।जिसके चलते वह आस्टियोपोरोसिस जैसी खतरनाक बीमारी की चपेट में आ रही हैं।अपने परिवार की देखभाल में महिलाएं अपने शरीर के प्रति ज्यादा लापरवाह रहती हैं। वे अपना ख्याल नहीं रख पातीं। जिसका परिणाम स्वरूप कैल्शियम की कमी होती है। कैल्शियम की कमी न हो इसके लिए कुछ पदार्थ जैसे- दूध, पनीर, चीज़, दही, सोयाबीन, हरी सब्जियां, पत्ता गोभी आदि हमेशा खाते रहना चाहिए।

ओवरईटिंग बहुत सारे लोगों को अपनी भूख का अनुमान ही नही होता और कई बार वे ओवरईटिंग कर लेते हैं। इसी तरह कुछ स्त्रियों को अपने घर में खाना बनाते समय चीजों के सही माप का अंदाजा नहीं होता। ऐसे में वे अकसर जरूरत से ज्यादा खाना बना लेती हैं, जो उनका वजन बढने का प्रमुख कारण है। खाने के लिए हमेशा छोटे बर्तन का इस्तेमाल करें, इससे प्लेट में खाना ज्यादा दिखाई देगा और थोडे में भी आपको ज्यादा खाने का एहसास होगा।

ओवर डायटिंग या एक्सरसाइज अक्सर महिलाएं पूरी जानकारी न होने के कारण वजन कम करने के चक्कर में जरुरत से अधिक व्यायाम कर लेती है जिससे उन्हें थकान भी होती है |अगर आपको डिहाइड्रेशन की शिकायत रहती है या इलेक्ट्रॉलाइट बैलेंस गड़बड़ाना भी ओवर एक्सरसाइज का संकेत है। डायटिंग करने वाली महिलाओं को यह जानकारी नहीं होती कि उन्हें क्या खाना है और क्या नहीं। वह कम खाने लगते हैं और इससे उनके सिर में गंभीर दर्द रहने लगता है।

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