छठा रेपीटीशन? एक ऐसा रेप्स है जो मांसपेशियो को बढ़ाने में अत्यंत जरुरी है।सेट्स तथा रेपीटीशन थ्योरी के अनुसार मांसपेशिया ताकत व् साइज़ में तभी बढ़ती है जब किसी सेट में वजन इतना हो की मुश्किल से 8 रेप्स निकल सके। अगर हल्के वजन के 10,12,14 रेप्स निकल जाते है तो मसल्स को जयदा काम करना पड़ता है तब मसल्स साइज़ में छोटे व् कमजोर हो जाते है। सिर्फ स्टैमिना ही बनता है ओर बॉडी शेप अप होती है। या फिर अगर सेट में वजन इतना भारी है की मुश्किल से 2,3 रेप्स ही लगे। ऐसे में ताकत बढ़ती है परंतु साइज़ नहीं बढ़ता।और साथ साथ लिगामेंट ओर
जोड़ो पर असर पड़ता है। अगर ठीक से वार्म अप न हो सके तो ऐसे पॉवर वयायाम से चोट भी लग सकती है।
अगर हमें साइज़ व् मसल मॉस बढ़ाना है तो सेट में इतना वजन होना चाहिए की बड़ी मुश्किल से 6 रेप्स लग सके और सातवा व् आठवा रेप्स लगाना अत्ति कठिन हो या आठवा नमुमकिन हो। उस नामुमकिन रेप्स के लिए लगातार कोशिश करना ही ठीक मेहनत है और जब मुश्कील रेप्स लग जाये तो समझो एक छोटी जीत हासिल कर ली। ऐसी छोटी छोटी जीत धीरे धीरे आपकी लगातार उन्नति करवाती जाये गी ओर आप पहले से ज्यादा
ताकतवर मांसल व् मजबूत होते जाये गे।
छठा रेप ही एक ऐसा रेप्स है जिसे हमें हर सेट में अपनी ताकत में पाना होता है। इस छटे रेप्स तक अगर नहीं पुहंचते तो ध्यान ताकत और वजन की तरफ रहे गा। छटे रेप्स को पूरा करने के बाद 7वाँ और 8वां रेप लगाने की जानदार कोशिश से मांसपेशिया फूलती और आकार में बड़ी और सुगठित होती है।
डॉ रणधीर हस्तीर